हाँ ये तिरंगा ही मेरी पहचान है
मेरी आन मान और शान है
मेरा गुरूर और मेरा सम्मान है
मेरा लहू जिस्म और जान है।
इस केसरिया रंग ने कितनों के लहू को छिपाया है
इस चक्र ने सबको गीता का सार पढ़ाया है
सफेदी ने दुनिया को शांति का मार्ग दिखाया है
और हरे रंग ने हरियाली का महत्व समझाया है।
भारतवर्ष हिंदुस्तान और अनेको नामों से इस धरती को नवाज़ा है
हर रक्त के कतरे ने इस दिन का सपना दिखाया है
गांधी भगत बोस हर आचरण ने आज के लिए संघर्ष किया है
मंगल लक्ष्मीबाई उधम सिंह जैसे वीरों ने दुश्मन को खदेड़ा है।
मर मिटूँगा इस माटी के लिए ये मेरा प्रण है
तन मन धन से रक्षा करेंगे चलो लेते ये वचन है
भीम के संविधान का हम सब पालन करेंगे यही हमारा मत है
अनेकता में एकता लाएंगे यही हमारी प्रतिज्ञा है।
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