पढ़ाया लिखाया इस काबिल बनाया जिसने, वो शिक्षक है।
मारा रुलाया पर इंसान बनाया जिसने, वो शिक्षक है।
दूसरे माँ-बाप बन इतना प्यार दिया जिसने , वो शिक्षक है।
अंधकार मिटा ज्ञान की रोशनी दिखाई जिसने, वो शिक्षक है।
सही-गलत का फासला सिखाया जिसने, वो शिक्षक है।
बचपन के गलत रास्ते को सही बनाया जिसने, वो शिक्षक है।
काल को भी अपने दृढ़ विश्वास से हराया जिसने, वो शिक्षक है।
निस्वार्थ भाव से हर पल सहारा दिया जिसने, वो शिक्षक है।
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